Amitabh Bachchan Motivational Quote's
~ अमिताभ बच्चन के प्रेरणा दायक विचार
." यह सभी को स्वीकार करना चाहिए कि हमारी उम्र बढ़ेगी और उम्र
हमेशा चापलूसी नहीं करता हैं "
" ऐसी कई चीजें हैं , जिन्हे याद करके मुझे लगता हैं उनका सुअवसहार मैंने गवां दिया हैं "
" कोई भी पूर्ण नहीं हैऔर आलोचना का हमेशा स्वागत करना चाहिए
और इसकी उम्मीद की जानी चाहिए "
" मेरा शरीर एक युद्ध क्षेत्र है जिसने बहुत कुछ सहा हैं "
" शास्त्र का ज्ञान शस्त्र के ज्ञान से ज्यादा शक्तिशाली , प्रभावशाली होता हैँ "
" आलोचनाए उन्हीं की होती है जिनमें कुछ बात होती हैं "
" पैसा तो सभी कमाते रहे हैं। आप भी कमा रहे हैं... हम भी कमा
रहे हैं "
" मुझे कमी-कमी इस बात से बहुत दुःख होता हैं कि मेरे पास एक
निरोग शरीर नहीं है "
" मैंने पैंसो को लेकर कमी किसी से बहस नही की क्योकि मैं जानता हु
की ये कोई मायने नही रखते "
" इस दूनियाँ में तरक्की करने के लिए ना बोलना बहुत जरुरी हैं "
" एक बाप अगर अपने बेटे की जिंदगी का पहला कदम
उठाने में उसकी मदद कर सकता हैं तो वही बेटा अपने बाप
के आखिरी कदम उठाने में उसे सहारा क्यों नहीं दे सकता "
" मुझे विश्वास है कि कल मेरे लिए एक और चुनौती है। मुझे
यकीन है कि मुझे बहुत कुछ करना है, क्योंकि बहुत सारी चीज़े
हैं, जिनको अभी तलाशना बाकी हैं। "
" भूतकाल में क्या हुआ, मैं वापस देखने में ज्यादा समय नहीं
लगाता। मुझे पता है, मुझे वापस देखने की इच्छा रखने का
कोई उद्देश्य नहीं दिख रहा है "
" मैं जिन परिस्थतियों से होकर गुजरा हूँ उस
परिस्थिति में मेरा शरीर ने जिस प्रकार प्रतिक्रिया
की हैं वह किसी रणक्षेत्र से कम नहीं हैं। "
"हर कोई साधारण ही दीखता है लेकिन सबमें
एक असाधारण प्रतिभा होती हैं जरुरत हैं तो हमें
उस प्रतिभा को अपने कौशल से निखारने की "
" अक्सर टूटने पर पता चलती हैं अहमियत
अनमोल दिल के रिश्ते को पहचान जाओं। "
"रूठो बेशक अपनों से लेकिन मनाने पर मान जाओ
अपने तो आखिर अपने हैं ये बात तुम जान जाओं। "
" अभिमान की ताकत फरिश्तों को भी शैतान बना देती हैं
और नम्रता साधारण व्यक्ति को भी फ़रिश्ता बना देती हैं "
" अच्छे बनने के लिए कोई वजह मत ढूढो
आप बेवजह भी अच्छे बन सकते हैं। "
" मैं उस माटी का वृक्ष नहीं जिसको नदियों ने सीचा हैं
बंजर माटी में पलकर मैंने मृत्यु से जीवन खींचा हैं। "
" आप जीवित रहने के लिए क्या करते हैं और आपके
जीने का उद्देश्य क्या हैं इन दोनों में बहुत फर्क हैं "
" मैं पत्थर पर लिखी इबादत हूँ शीशे से कब तक तोड़ोगे
मिटने वाला मैं नाम नहीं तुम मुझको कब तक रोकोगे। "
"इस जग में जितने जुल्म नहीं उतने सहने की ताकत हैं
तानों के शोर में भी रहकर सच कहने की आदत हैं। "
"कोई मेरी कितनी भी प्रशंसा क्यों नहीं
करता हो मैं कभी ध्यान नहीं देता। "
" यदि आप अपनी नजरे सूर्य पर रखोगे तो
आपको परछाईयाँ कभी भी नहीं दिखेगी"
'"जब तक ना सफल हो नींद चैन को त्यागो
तुम संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम "
" इतना याद रखना चाहिए की दुनियाँ में और बहुत से ऐसे
हैं जिनके पास आपसे कम हैं और फिर भी वो खुश रहते हैं। "
" मैं इस बात में कभी यकीन नहीं करता हूँ
की मैं कभी भी सुपरस्टार रहा हूँ! "
"गिरना भी अच्छा हैं औकात का पता चलता हैं
बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को अपनों का पता चलता हैं। "
" जिन्हें गुस्सा आता हैं वो लोग सच्चे होते हैं
मैंने झूठो को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा हैं। "
"सीख रहा हूँ अब मैं भी इंसानों को पढने का हुनर
सुना हैं चहरे पे किताबो से ज्यादा लिखा होता हैं "
0 Comments
If You have any doubts, Please let me know.